Giridih news.जमुआ बीआरसी कार्यालय सभागार में गुरुवार को भारी गहमा गहमी के बीच एमडीएम और समग्र शिक्षा अभियान का सामाजिक अंकेक्षण सह प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई हुई. जिसमे प्रखंड क्षेत्र के 64 विद्यालयों में हुवे सामाजिक आँकेक्षण का आज प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम जमुआ प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि संजीत यादव, उप प्रमुख रब्बुल हशन रब्बानी, बीस सूत्री अध्यक्ष जुन्नैद आलम एवं सोसल ओडिट के डीआरपी बैजनाथ प्रसाद वर्मा उर्फ बैजू, सामाजिक कार्यकर्ता आलम अंसारी,बीआरपी कृष्ण कुमार एवं रामप्रसाद राणा के अलावे बीईईओ मोहसीन आलम एवं बीपीओ छोटे लाल साहू आदि की उपस्थित में किया गया।मौके पर सोशल ऑडिट की टीम ने एमडीएम संबंधी दस्तावेजों, बाल पंजी, कैश बुक सहित दर्जनों तरह के पंजियों एवं दस्तेवेज़ों का अंकेक्षण किया।अंकेक्षण में कई गड़बड़ियां उजागर हुई। मौके पर बीआरपी बैजनाथ प्रसाद वर्मा ने कहा कि प्रखंड जनसुनवाई में अब तो जो. मामले छन कर आया है उसमें मुख्य रूप से कोरोना काल के दौरान बच्चों को मिलने वाला चावल विभाग द्वारा अब तक मात्र 60 पर्सेंट ही दिया गया शेष 40 पर्सेंट अब तक लंबित बताया गया, वहीं विद्यालय प्रबंध समिति का बैठक नियमित रूप से नही होने, दिवार लेखन नहीं होने, विकास मद की राशि नियमित रूप से खर्च नहीं होने, बर्तन की खरीदारी अब तक नहीं होने, असहाय बच्चों को कल्याण विभाग द्वारा कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराने, अधिकतर विद्यालयों में स्टॉक रूम एवं किचेन नहीं होने, सहित दर्जनों तरह के शिकायतों एवं मामले शमिल है,वहीं उन्होंने कहा कि जमुआ प्रखंड में दस ऐसे विद्यालय है जहां बच्चों की संख्या ढाई सौ से ऊपर है जबकि शिक्षक मात्र एक या दो ही है जो बहुत ही दुर्भाग्य है कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुल कर धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं।मौके पर बैजनत प्रसाद वर्मा ने कहा कि स्कूलों में जो भी खामियां एवं त्रुटियां पाया गया उसे शीघ्र सुधार करने का निर्देश दिया गया है. मौके पर प्रमुख प्रतिनिधि संजीत यादव एवं बीस सूत्री अध्यक्ष जुन्नैद आलम ने कहा कि शिक्षक अपने कर्तव्यों का निवर्हन पूरी ईमानदारी के साथ करें और स्कूल तथा स्कूल में अध्यानरत्त छात्र छात्राओं के भविष्य को देखते हुवे बेहतर ढंग से स्कूल संचालन करें. कहा कि शिक्षा सबके लिए जरूरी है। शिक्षा के विकास के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा.